ध्वज- चालक
नगरी के प्रतीक से अँकित रंगीन अनगिनत झंडोँ के वलयाकार् मेँ ऊपर ग घूमने से इस प्रदर्शन का आरम्भ होता है। किसी एक ध्वजचालक के सामर्थ्य तथा चलन सँगति को बढाते हुए वयक्तिक रूप से व्यायाम-भंगियाँ और प्रदर्शन हो सकता है। अन्यथा सारे झुँड से अपने वर्ग-उत्साह को प्रकाशित कर्ते हुए प्रदर्शन किया जा सकता है। चूकने न योग्य एक असाधारण प्रदर्शन है।
Destrezza e rapiditÃ
La potenza del singolista
Scambio in Piazza, Repubblica Ceca
Lanci notturni
Colori del Medioevo
Girandola
Bandiere in aria, Repubblica Ceca
Entrata di corsa